मेरे मुखर से मौन होने की कहानी जो अब मेरी लेखनी बोलती है.….
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 08-08-2013 के चर्चा मंच पर हैकृगया पधारेंधन्यवाद
बस पता भर चला तुम आये थे चले गये.….बहुत खूब!..और किसी को हो न हो पता लेकिन दिल को तो जरुर पता होता है!
तुम ही महका किये तुम ही बुझ कर जलेबस पता भर चला तुम आये थे चले गये.….बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !latest post नेताजी सुनिए !!!latest post: भ्रष्टाचार और अपराध पोषित भारत!!
बहुत खूब!..
बहुत सुन्दर लेख
उत्तम ....रचना ,४ पंक्तियाँ बहुत सुंदर भाव व्यक्त कर रही हैं |नई पोस्ट-
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6 comments:
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 08-08-2013 के चर्चा मंच पर है
कृगया पधारें
धन्यवाद
बस पता भर चला तुम आये थे चले गये.….
बहुत खूब!..और किसी को हो न हो पता लेकिन दिल को तो जरुर पता होता है!
तुम ही महका किये तुम ही बुझ कर जले
बस पता भर चला तुम आये थे चले गये.….
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !
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बहुत खूब!..
बहुत सुन्दर लेख
उत्तम ....रचना ,४ पंक्तियाँ बहुत सुंदर भाव व्यक्त कर रही हैं |
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